जयपुर. राजधानी जयपुर में पुलिस ने एक बेहद सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा किया है. यह मर्डर एक महिला का किया गया था. महिला का कत्ल किसी और ने नहीं बल्कि उसके पति ने ही किया था.बाद में उसे महज 2 लीटर पेट्रोल छिड़क कर जला दिया. आरोपी पति ने 27 दिनों तक इस मर्डर कि किसी को भनक नहीं लगने दी. लेकिन आखिरकार वह पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया. खौफनाक हत्याकांड का यह केस जयपुर के कालवाड़ थाना इलाके से जुड़ा है.कालवाड़ थानाप्रभारी धर्म सिंह के मुताबिक पत्नी की हत्या का आरोपी मनीष कुमार शर्मा जयपुर के चांदपोल बाजार में खजाने वालों का रास्ता स्थित बद्रीनाथ जी के मंदिर में रहता है. वह कम्प्यूटर का काम करता है. मनीष की शादी साल 2005 में मुस्कान से हुई थी. 38 वर्षीय मुस्कान और मनीष के 16 साल का एक बेटा भी है. लेकिन पति के चरित्र पर संदेह और अन्य वजहों से मुस्कान और मनीष के बीच अक्सर अनबन रहती थी.
मनीष ने 23 नवंबर की रात को हत्या की थी
मनीष ने बताया कि मुस्कान उस पर शक किया करती थी. इसी बीच बीते 23 नवंबर की रात को मनीष और मुस्कान के बीच झगड़ा हो गया. तब गुस्से में आकर मनीष ने मुस्कान की चुन्नी से गला घोंटकर हत्या कर दी. उसके बाद घर में रखे एक बोरे में उसकी लाश को डाला. देर रात को मनीष अपनी स्कूटी से 2 लीटर पेट्रोल निकालकर लाया. फिर मनीष आधी रात को घर से स्कूटी लेकर निकल गया. अपनी पत्नी की लाश वाले बोरे को भी मनीष ने स्कूटी पर रख लिया. वह एमआई रोड से झोटवाड़ा होते हुए कालवाड़ इलाके में चंपापुरा गांव पहुंचा. वहां पर उसने पत्नी की लाश को एक खंडहर के पास डाल दिया और पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी.
हत्या के बाद 5 दिन बाद पत्नी की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवाई
थानाप्रभारी धर्म सिंह के मुताबिक पत्नी की हत्या के बाद मनीष घर आकर सो गया. मनीष इतना चालक था कि हत्या के 5 दिन बाद उसने 29 नवंबर को अपनी पत्नी मुस्कान की गुमशुदगी रिपोर्ट कोतवाली थाने में दर्ज करवाई ताकि उस पर किसी को शक ना हो. वह बेफ्रिक होकर घर पर ही रहा और कहीं भागा नहीं. उसके बाद पुलिस को एक महिला का अधजला शव मिला लेकिन उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी.
500 सीसीटीवी फुटेज देखे तब नजर स्कूटी पर नजर आया
थानाप्रभारी धर्म सिंह के मुताबिक शव की पहचान और हत्या के खुलासे के लिए पुलिस ने करीब 500 सीसीटीवी कैमरे खंगाले. इसमें स्कूटी सवार एक व्यक्ति नजर आया. इस स्कूटी के नंबरों के आधार पर पुलिस ने मनीष को आईडेंटिफाई कर लिया. लेकिन मृतका के शव की पहचान नहीं होने की वजह से पुलिस मनीष को गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी. लेकिन पुलिस को मनीष पर शक हो गया था. संदेह के घेरे में आए मनीष पर सादा वर्दी में पुलिस निगरानी करती रही.
हत्या से पहले ही लाश को ठिकाने लगाने की जगह चिन्हित कर ली थी
19 दिसंबर को जब मुस्कान के डीएनए की रिपोर्ट आई तब पुलिस ने उसकी पहचान कर ली. डीएनए टेस्ट में मुस्कान की पहचान होने के बाद पुलिस ने मनीष को हिरासत में लेकर गहनता से पूछताछ की तो उसने आपसी मनमुटाव में पत्नी की हत्या कर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की बात उगल दी. इस पर पुलिस ने मनीष को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक मनीष ने हत्या से पहले ही शव को ठिकाने लगाने की जगह को चिन्हित कर लिया था.