Sharad Pawar on Lok Sabha Elections: शरद पवार ने साफ किया है कि वह माढ़ा (माढ़ा लोकसभा क्षेत्र) से चुनाव नहीं लड़ेंगे. इस बीच पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा जोर पकड़ रही थी कि क्या शरद पवार खुद पुणे या माढ़ा से चुनाव लड़ेंगे.
इस तरह शरद पवार ने खुद ही इन चर्चाओं पर विराम लगा दिया है और साफ कर दिया है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे.
ABP माझा के मुताबिक, शरद पवार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध जताया है. शरद पवार ने कहा, ”ईडी और सीबीआई एजेंसियों का दुरुपयोग जारी है. खाते फ्रीज करके वे देश में एक बड़ी पार्टी के अभियान को रोकने की कोशिश कर रहे हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री को भी गिरफ्तार किया गया है. मुख्यमंत्री को जेल में डाला जा रहा है, कार्रवाई की जा रही है. राज्य के मुखिया को गिरफ्तार करना गलत है.”
पवार ने आगे कहा, “यह नीति गलत है, यह एक अपमानजनक सरकार है. मैं सत्य के इस दुरुपयोग की निंदा करता हूं.” साथ ही शरद पवार ने साफ किया कि वह अरविंद केजरीवाल के पीछे मजबूती से खड़े रहेंगे. शरद पवार ने कहा, “आपने एक अच्छे आदमी को जेल में डाल दिया. लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है.”
माढा सीट से कौन हो सकता है उम्मीदवार?
शरद पवार ने कहा, यह मेरी व्यक्तिगत मांग है कि महादेव जानकर को माढा की जगह चुनाव लड़ना चाहिए. ज्योति मेटे को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. शरद पवार ने कहा है कि हमारे पास और लोग आएंगे, महागठबंधन की सीटें तय होने के बाद और ज्यादा लोग आएंगे.
शरद पवार ने कहा, “अभी तक इस देश में, कुछ अपवादों को छोड़कर, स्वतंत्र माहौल में चुनाव हुए हैं. चुनाव कितने निष्पक्ष होंगे, इस पर संदेह है. संस्थाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है, कांग्रेस के खाते फ्रीज कर दिए गए हैं. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. विपक्षी पार्टी के लोगों को ईडी या अन्य लोग निशाना बना रहे हैं. संस्थाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है.”
पवार ने आगे कहा, “यह सरकार मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने की स्थिति तक पहुंच गई है. लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है. 80 से 90 फीसदी लोग केजरीवाल को पसंद करते हैं. चुनावी बॉन्ड पर सरकार चुप है. सारा पैसा उन्हें मिल चुका है.”