किसान नेता नवदीप जलबेड़ा और उसके साथी गुरकीरत को सीआईए-1 अंबाला ने वीरवार दोपहर को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी मोहाली के एयरपोर्ट से की गई, जब नवदीप अपने साथी गुरकीरत के साथ किसी काम से जा रहा था।
इसके बाद उन्हें शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच नागरिक अस्पताल अंबाला शहर ले जाया गया। वहां पर चिकित्सकों से मेडिकल कराने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया। जहां पुलिस ने कोर्ट से अपील की कि नवदीप की चार दिन की रिमांड दी जाए, जिस पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने उसे दो दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया।
गौरतलब है कि नवदीप जलबेड़ा, भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के नेता जलबेड़ा गांव निवासी जयसिंह का बेटा है और पिछले किसान आंदोलन के दौरान चर्चा में आया था। तब नवदीप ने पुलिस की वाटर कैनन को गाड़ी पर छलांग लगाकर किसानों की तरफ से हटा दिया था। इसके बाद से नवदीप को हरियाणा-पंजाब में प्रसिद्धि मिली थी।
वर्तमान में चल रहे किसान आंदोलन में भी नवदीप ने प्रमुख भूमिका निभाई है। वह सोशल मीडिया पर कई बार मुखर दिखाई दिए। यहां तक कि बेरिकेडिंग तोड़ने को जो पोकलेन मशीन लाई गई उस पर भी नवदीप बैठे दिखाई दिए थे और ऐसे कई वीडियो हैं जिसमें उन्होंने बेरिकेडिंग तोड़ने की बात कही थी। वहीं नवदीप का साथी गुरकीरत शाहपुर गांव का रहने वाला है और वह भी किसान आंदोलन में काफी सक्रिय रहा है।
किसान नेताओं ने दी यातायात जाम करने की चेतावनी
किसान नेता नवदीप और उसके साथी गुरकीरत के बारे में जैसे ही शंभू बॉर्डर पर किसान नेताओं को पता चला उन्होंने इसका विरोध किया। उन्होंने हरियाणा और पंजाब को कड़े शब्दों में संदेश दिया। किसान नेता तेजवीर सिंह ने कहा कि किसान शुभकरण के श्रद्धांजलि कार्यक्रम को रोकने के लिए ये हरकतें की जा रही हैं। हरियाणा पुलिस की ओर से पंजाब से गिरफ्तार युवा किसानों के बारे में पंजाब सरकार को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। किसान नेताओं ने हरियाणा पुलिस को चेतावनी दी है कि अगर गिरफ्तार युवाओं को जल्द रिहा नहीं किया और श्रद्धांजलि समागम कार्यक्रम को बाधा डालने की हरकत की तो आने वाले दिनों में रेल और सड़क यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा।
नवदीप के साथ 20 किसानों पर है केस
नवदीप ही नहीं बल्कि भाकियू शहीद भगत सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत सिंह मोहड़ी, संयुक्त किसान मोर्चा अराजनीतिक से सरवन सिंह पंधेर, सुखचैन बड़ोग पंजाब, बलजिंदर सिंह चुड़ियाला, जय सिंह जलबेड़ा, गुरकीरत शाहपुर सहित अन्य 20 किसान नेताओं पर 13 फरवरी को सदर थाने में एफआईआर दर्ज की थी। इसमें बताया था कि डीसी ने किसान आंदोलन के चलते धारा 144 के आदेश दिए थे। इसके बावजूद शंभू बॉर्डर पर किसानों का हुजूम इन किसान नेताओं ने एकत्रित कर लिया। पुलिस के समझाने पर भी नहीं माने और हिंसा का प्रयोग करते हुए बेरिकेडिंग को तोड़ने का प्रयास किया। इस दौरान गुलेल, कंचे, डंडे, तलवारों और बख्तरबंद ट्रेक्टरों का प्रयोग किया।
रिमांड में कार और हथियार कराएंगे बरामद
पुलिसिया सूत्रों की मानें तो सीआईए वन दो दिन की रिमांड में लेने के बाद किसान आंदोलन में प्रयोग की गई फार्च्यूनर कार को मोहाली से, पुलिस फोर्स से छीनी गई केनशील्ड गुरदासपुर से, घटना में प्रयोग की गई गुलेल को बठिंडा से, लाठी डंडे और तलवारों को मोंगा से बरामद करना है। इसकी निशानदेही नवदीप और गुरकीरत शाहपुर को साथ ले जाकर की जाएगी।
पुलिस कुछ छिपा रही है : रोहित जैन
अधिवक्ता रोहित जैन ने इस मामले पर बताया कि पुलिस इस मामले में कुछ छिपा रही है। अभी तक अंबाला सदर में दर्ज इस एफआईआर को ऑनलाइन नहीं किया गया है। इसमें 20 किसानों पर शंभू बॉर्डर पर हत्या का प्रयास और स्नैचिंग धाराओं के साथ केस दर्ज किया था।