नई दिल्ली. इन दिनों डॉली चायवाला काफी सुर्ख़ियों में है. हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स को चाय पिलाने का वीडियो सामने आते ही उनकी चर्चा चरों और होने लगी. बता दें कि बिल गेट्स पिछले महीने अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन के लिए भारत आए थे.इसी दौरान वे डॉली चायवाले के टपरी पर भी गए और साथ में एक वीडियो शूट करवाया. वीडियो के इंटरनेट पर आते ही यह वायरल हो गया और डॉली रातों रात फेमस हो गए.स्वैग के साथ चाय बेचने वाले ‘डॉली चायवाले’ ने जबसे गेट्स को चाय पिलाई है, तब से वह इंटरनेट पर सनसनी बने हुए हैं. चाय बेचने के खास स्टाइल के लिए मशहूर ‘डॉली चायवाला’ अब स्टार बन गए हैं. हालांकि, इसी के साथ डॉली के माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के ब्रांड एंबेसेडर बनाए जाने की खबरें भी सामने आने लगीं. कुछ न्यूज़ पोर्टल्स ने ये दावा किया कि डॉली चायवाला को बिल गेट्स ने विंडोज 12 का ब्रांड एंबेसेडर चुना है. इसकी सच्चाई क्या है, आइए जानते हैं.
इंटरनेट पर फैली अफवाह
आपको बता दें कि डॉली को माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 12 का ब्रांड एंबेसेडर बनाए जाने की खबर पूरी तरह अफवाह है. यह खबर इंस्टाग्राम पर एक पैरोडी अकाउंट से शेयर की गई थी जिसमें साफ लिखा था कि यह कंटेंट केवल मजाकिया तौर पर डाला गया है. हालांकि, ट्रोलर्स इसे इंटरनेट पर सच दिखाकर शेयर कर रहे हैं. माइक्रोसॉफ्ट ने भी इस तरह की कोई घोषणा नहीं की है. इससे पता चलता है कि यह खबर पूरी तरह फर्जी है.
कितनी बड़ी है माइक्रोसाॅफ्ट?
आपको बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट एक वैल्युएबल कंपनी है जिसका मार्केट कैप 3.17 ट्रिलियन डॉलर है. इस एक कंपनी की वैल्यूएशन भारतीय इकोनाॅमी के बराबर है. यह कंपनी सॉफ्टवेयर, कंप्यूटर और क्लॉउड स्टोरेज जैसे कई प्रोडक्ट्स बनाती है. माइक्रोसाफ्ट अब एआई के क्षेत्र में भी उतर चुकी है. फोर्ब्स के मुताबिक बिल गेट्स की नेटवर्थ 13,110 करोड़ यूएस डॉलर है.