वर्ल्ड न्यूज। इजराइल का रवैया फिलिस्तीन के अधिकारों को लेकर सख्त है। इजरायल ने ग्लोबल बॉडी में फिलिस्तीन के अधिकारों को बढ़ाने को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासभा की की ओर से लिए गए निर्णय को खारिज कर दिया।इजरायल ने यूएन में फिलिस्तीन को नए “अधिकार और विशेषाधिकार” देने के लिए व्यापक अंतर से वोटिंग की। इसके साथ ही सुरक्षा परिषद से फिलिस्तीन के अधिकारों के मामले में फिर से विचार करने की अपील की।संयुक्त राष्ट्र महासभा में फिलस्तीन को पूर्ण सदस्यता देने के प्रस्ताव का इजरायल ने पुरजोर विरोध किया। यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र में इजरायली राजदूत गिलाद एर्दान ने यूएन चार्टर भी फाड़ दिया। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सिक्योरिटी काउंसिल से यूनाइटेड नेशनंस ऑब्जर्वर्स का दर्जा प्राप्त फिलस्तीन को पूर्ण सदस्यता देने के प्रस्ताव पर वोटिंग हुई।
प्रस्ताव पर भारत भी पक्ष में रहा
यूएन की ओर से फिलिस्तीन के अधिकारों को लेकर बनाए गए प्रस्ताव को भारत सहित पक्ष में 143 वोटों के भारी बहुमत से पारित किया गया। वहीं 25 देश बैठक में अनुपस्थित भी रहे। वहीं संयुक्त राज्य अमेरिका और इजरायल समेत कुल 9 देशों ने इसके विरोध में मतदान किया। इजरायली दूत एर्दान ने कहा फिलिस्तीन को लेकर दिए प्रस्ताव को यूएन चार्टर का वॉयलेशन करार दिया। कहा कि पिछले महीने सुरक्षा परिषद में फिलिस्तीन ने अमेरिकी वीटो को पलट दिया था। इजराइल के विदेश मंत्री इजरायल काट्ज ने भी इस प्रस्ताव पर विरोध जताया था।
Watch: Israeli ambassador to the UN @giladerdan1 used a paper shredder to shred the UN charter on the podium of the UN general assembly ahead of a vote that will give new privileges to the Palestinians at the UN pic.twitter.com/mWQ85c8uwK
— Barak Ravid (@BarakRavid) May 10, 2024