‘श्रीनगर में पहली बार जश्न, गोवा में रात 2 बजे तक सेलिब्रेशन…,’ देशभर में नए साल 2024 का किया जा रहा है वेलकम

Happy New Year 2024 : नया साल 2024 की शुरुआत हो गई है. आज साल के पहले दिन देशभर में जश्न का माहौल है. लोग एक-दूसरे को नव साल की शुभकामनाएं दे रहे हैं. मंदिर, गुरुद्वारा समेत सभी देवस्थानों में माथा टेकने और पूजा-अर्चना करने पहुंच रहे हैं.जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में लाल चौक पर लोगों ने नए साल का जश्न मनाया है. इसी तरह, नई दिल्ली, गोवा, मुंबई, लखनऊ, अयोध्या, नोएडा, भोपाल, बेंगलुरु में लोगों ने नया साल का अभिनंदन किया.

श्रीनगर में नए साल का जश्न मनाया

जम्मू कश्मीर में इस समय में जबरदस्त सर्दी देखने को मिल रही है. शून्य से नीचे तापमान के बावजूद नए साल की पूर्व संध्या पर सैकड़ों स्थानीय लोग और पर्यटक श्रीनगर के लाल चौक में घंटा घर पहुंचे. यहां 2023 की आखिरी शाम से जश्न का दौर शुरू हुआ और रात 12 बजे के बाद तक चलता रहा. 2019 से पहले घंटा घर पर होने वाली सभाएं ज्यादातर विरोध प्रदर्शन या अलगाववादी घटनाओं से जुड़ी होती थीं, लेकिन रविवार का माहौल सबसे अलग और नया था.

‘श्रीनगर के लाल चौक पर पहली बार ऐसा जश्न’

22 साल के आकिब अहमद ने कहा, यह पहली बार है कि हम किसी सार्वजनिक स्थान पर नए साल की पार्टी कर रहे हैं. हम पहले भी ऐसी पार्टियां करते थे, लेकिन वे एक वर्ग तक ही सीमित थीं. होटलों के बंद दरवाजों के अंदर पार्टियां होती थीं. आकिब ने लाल चौक पर बने मंच पर बज रहे गानों की धुन पर खूब थिरका. उन्होंने कहा, कुछ साल पहले तक सार्वजनिक स्थान पर नए साल की पार्टी करना अकल्पनीय था लेकिन अब चीजें बदल गई हैं.

 ‘जश्न मनाने के लिए श्रीनगर आए हैं लोग’

उन्होंने कहा, हर कोई जीवन में कुछ मनोरंजन करना चाहता है. चारों ओर देखें और आपको जीवन के सभी क्षेत्रों के लोग मिलेंगे. आपके पास रूढ़िवादी दृष्टिकोण वाले लोग हैं और आपके पास आधुनिक दिखने वाले लोग भी हैं. वे सभी अच्छा समय बिता रहे हैं. ना सिर्फ शहरवासी, बल्कि घाटी के अन्य हिस्सों से भी कश्मीरी नए साल के जश्न का आनंद लेने के लिए श्रीनगर आए हैं.

‘पहली बार नए साल का जश्न’

अनंतनाग जिले के कोकेरनाग क्षेत्र के एक दूरदराज के गांव के निवासी लतीफ खटाना ने कहा, श्रीनगर में आयोजित कार्यक्रम को देखकर मुझे सुखद आश्चर्य हुआ. इसी तरह के समारोह अगले साल से सभी जिला मुख्यालयों में आयोजित किए जाने चाहिए. खटाना और उनके दोस्त कश्मीर के पहले नए साल का जश्न मनाने के लिए 100 किलोमीटर से ज्यादा यात्रा करके आए हैं. सतीश कुमार और उनका परिवार कश्मीर में नया साल मनाने की उम्मीद में दिल्ली से आए थे.

 ‘कश्मीर में घर जैसा माहौल दिख रहा’

सतीश ने कहा, यह हमारी कश्मीर की पहली यात्रा है. ईमानदारी से कहूं तो ज्यादा बर्फ न मिलने से हम निराश थे. हालांकि, इस माहौल ने उस निराशा की भरपाई कर दी है. हम घर जैसा महसूस कर रहे हैं. हालांकि यहां दिल्ली की तुलना में थोड़ी ठंड है. हालांकि जश्न हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है, लेकिन अधिकारी कोई जोखिम नहीं उठा रहे हैं क्योंकि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, कानून लागू करने वाली एजेंसियां ​​लाल चौक के आसपास कड़ी निगरानी रख रही हैं. हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि स्थानीय लोग और पर्यटक यहां अच्छा समय बिताएं और हर कोई यहां से अच्छी यादें लेकर जाए.

गोवा: समुद्र तटों पर लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा, आधी रात को जश्न

गोवा में भी नए साल का जश्न मनाया गया. यहां देश-विदेश से पर्यटक पहुंचे हैं. चर्चों में आधी रात की भीड़ देखी गई. समुद्र तटों पर हजारों की संख्या में पर्यटकों ने नए साल का इस्तकबाद किया. 2023 के आखिरी सूर्यास्त की एक झलक पाने के लिए पर्यटक रविवार शाम को समुद्र तटीय इलाकों में आना शुरू हो गए थे. यहां 105 किलोमीटर लंबी तटरेखा है. गोवा पुलिस ने समुद्र तटों और तटीय क्षेत्र की ओर जाने वाली सड़कों पर भी अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है. रविवार दोपहर से उत्तरी गोवा के व्यस्त कैलंगुट-बागा रोड पर वाहन रेंगते रहे. लोग आखिरी मिनट की भीड़ से बचने के लिए अपने-अपने पार्टी स्थलों की ओर जा रहे थे.

 पार्टियों के लिए रात में 6 घंटे की छूट

जैसे ही 2024 की उलटी गिनती शुरू हुई, पर्यटक समुद्र तटों की ओर उमड़ पड़े. गोवा की परंपरा को ध्यान में रखते हुए राज्य के सभी चर्चों में आधी रात को सामूहिक प्रार्थना सभाएं आयोजित की गईं. घंटियां बजाकर नए साल की शुरुआत की. आधी रात के समय समुद्र तट रंगीन उल्लास से जगमगा उठे. आतिशबाजी के प्रदर्शन के बीच आगंतुक एक-दूसरे का अभिवादन कर रहे थे. पार्टियां रात 2 बजे तक जारी रहेंगी. राज्य सरकार ने नए साल के कार्यक्रमों की मेजबानी के समय में ढील दी है. गोवा में पार्टियां आमतौर पर रात 10 बजे तक खत्म हो जाती हैं.

मुंबईकरों ने साल 2024 का जोरदार स्वागत किया

मुंबई वासियों ने भी नए साल 2024 का जश्न मनाया. यहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नए साल का जश्न मनाने के लिए हजारों लोग रविवार रात गेटवे ऑफ इंडिया, मरीन ड्राइव, गिरगांव चौपाटी और अन्य स्थानों पर एकत्र हुए. कई लोगों ने प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में दर्शन किए. बड़ी संख्या में लोग अलग-अलग मंदिरों और चर्चों समेत धार्मिक स्थानों पर पूजा-अर्चना करने पहुंचे. ठाणे में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रात में रक्तदान शिविर में हिस्सा लेकर नये साल का स्वागत किया. उन्होंने इस अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं.

‘रेस्टोरेंट में देखने को मिली भारी भीड़’

नए साल के जश्न में शामिल होने के लिए मुंबईकर परिवार और दोस्तों के साथ विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर एकत्र हुए. शहर की विभिन्न हाउसिंग सोसायटियों और बिल्डिंग की छतों पर भी मिलन समारोह आयोजित किए गए. महानगर में रेस्टोरेंट और बार देर रात तक ग्राहकों से भरे रहे. मध्य रेलवे ने नए साल की पूर्व संध्या पर जश्न मनाने के लिए दक्षिण मुंबई और अन्य स्थानों की यात्रा करने वाले लोगों की भीड़ को ध्यान में रखकर लोकल ट्रेनों का परिचालन किया. मुंबई डिवीजन में चार विशेष उपनगरीय सेवाएं संचालित कीं. चार स्पेशल में से दो मेनलाइन पर और अन्य दो हार्बर लाइन पर चलीं.

‘शराब पीकर वाहन चलाने पर एक्शन’

किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये हैं. शहर में विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा जांच की गई और कुछ सड़कों पर बैरिकेड लगा दिए गए. शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले कुछ वाहन चालकों के खिलाफ और अन्य उल्लंघनों के लिए कार्रवाई की गई. बिना हेलमेट वाले दोपहिया वाहन चालकों पर जुर्माना लगाया गया. एक अधिकारी ने बताया कि शहर में किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. जश्न शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया. सोमवार सुबह पांच बजे तक कड़ी व्यवस्था रही.

’11 हजार पुलिस कर्मियों ने संभाला मोर्चा’

संयुक्त आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) सत्यनारायण चौधरी ने कहा, सुरक्षा के लिए 11,000 पुलिसकर्मी, 2,000 अधिकारी, 22 पुलिस उपायुक्त और 45 सहायक पुलिस आयुक्त तैनात किए गए थे. आपात स्थिति से निपटने और शांति बनाए रखने के लिए राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) की लगभग 20 प्लाटून, लॉ एंड ऑर्डर रिजर्व की 15 प्लाटून, बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वाड और त्वरित प्रतिक्रिया टीमें (क्यूआरटी) मौजूद थीं. लगभग 5,000 सीसीटीवी कैमरों ने समारोहों पर नजर रखी, जिसमें गेटवे ऑफ इंडिया, मरीन ड्राइव और समुद्र तटों जैसे भारी संरक्षण वाले स्थल शामिल थे. मुख्य और क्षेत्रीय नियंत्रण कक्षों से लाइव फुटेज की निगरानी की गई. उन्होंने बताया कि पुलिस ने शहर में गश्त बढ़ा दी है.

संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) प्रवीण पडवाल ने कहा, समारोहों की निगरानी के लिए सड़कों पर 1,200 से अधिक यातायात पुलिसकर्मी और 150 अधिकारी तैनात किए गए हैं और लोगों से शराब पीकर गाड़ी न चलाने का आग्रह किया गया है. जहां कुछ सड़कें बंद रहीं, वहीं अन्य स्थानों पर यातायात को डायवर्ट किया गया. यातायात के सुचारू बनाए रखने के लिए मरीन लाइन्स, वर्ली सीफेस और जुहू बीच जैसी जगहों को नो-पार्किंग जोन घोषित किया गया था.

 पश्चिम बंगाल: उत्साह के बीच नए साल का स्वागत

पूरे पश्चिम बंगाल में लोग नए साल का जश्न मना रहे हैं. 31 दिसंबर को पिकनिक, चर्चित जगहों पर भीड़ देखने को मिली. रात 12 बजते ही लोगों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं. राजधानी कोलकाता में सूरज ढलते ही लोग पार्क स्ट्रीट पर जमा हो गए. पब, रेस्टोरेंट और बार के बाहर लंबी कतारें देखी गईं. कई लोग चर्चों में पहुंचे. कोलकाता में सेंट पॉल कैथेड्रल और हुगली जिले में बंदेल चर्च में भीड़ देखने को मिली. कुछ ने आराम करने या अपने घरों में दोस्तों और परिवार के साथ पार्टी मनाई.

आतिशबाजी के साथ नए साल का स्वागत

लोग अपने बच्चों के साथ अलीपुर चिड़ियाघर, हावड़ा में बॉटनिकल गार्डन, हुगली नदी के तट पर प्रिंसेप घाट और डायमंड हार्बर, कोलाघाट, मैथन बांध, डुआर्स और तलहटी में विभिन्न स्थानों पर पिकनिक स्पॉट भी गए. साल के आखिरी दिन रविवार होने से सुबह से ही उत्तरी बंगाल में भीड़ उमड़ पड़ी. लोगों ने बेकरियों के लिए प्रसिद्ध दार्जिलिंग शहर और कलिम्पोंग में मॉल में लाइव बैंड और संगीत कार्यक्रमों का इंजॉय किया. शाम को पूरे कोलकाता और आसपास के इलाकों में पटाखों के साथ जश्न मनाया गया. फिलहाल, कोलकाता और राज्य के अन्य शहरों और कस्बों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.

‘जय श्री राम’ के नारों के बीच अयोध्या में नए साल का जश्न

‘जय श्री राम’ के नारों के बीच अयोध्या में नए साल का स्वागत किया गया. रविवार को बड़ी संख्या में लोग प्रसिद्ध लता मंगेशकर चौक पर एकत्र हुए. रविवार रात 11 बजे स्थानीय लोगों का एक ग्रुप सेल्फी और तस्वीरें लेने के लिए चौराहे पर आना शुरू कर दिया. जैसे ही घड़ी ने रात के 12 बजाए, युवाओं ने ‘हैप्पी न्यू ईयर’ के नारे लगाए और बाद में कुछ ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए. लता मंगेशकर चौक का नाम महान गायिका के नाम पर रखा गया है. यह जगह सेल्फी लेने के लिए चर्चित बन गई है. 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस चौराहे पर रुके थे. उससे पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी यहां सेल्फी ली थी.

रेखा सेनगुप्ता अपने पति और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अयोध्या आईं. उन्होंने कहा, ’31 दिसंबर को मेरा जन्मदिन है. कुछ ही समय में हम नया साल मनाएंगे. आज हमारी हनुमानगढ़ी, कनक भवन और नवनिर्मित हवाईअड्डे जाने की भी योजना है. लता मंगेशकर चौक समेत मंदिर शहर के प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है.

कई मौज-मस्ती करने वालों ने 22 जनवरी को राम मंदिर के निर्धारित प्रतिष्ठा समारोह पर खुशी व्यक्त की. नीरज गुप्ता अपने दो दोस्तों के साथ बहराइच रोड से अयोध्या आए हैं. उन्होंने कहा, हम अपने पूज्य भगवान राम के पवित्र जन्मस्थान पर नए साल का जश्न मनाने आए हैं. 1 जनवरी को हम पवित्र स्नान करने के लिए सरयू नदी जाएंगे. शिव मंदिर के दर्शन करेंगे और फिर रामजन्मभूमि पर रामलला का आशीर्वाद लेंगे. कई लोग मुख्य रूप से युवा, नया घाट के पास लता मंगेशकर चौक पर खड़े होकर सेल्फी लेते देखे गए.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *