आर्मीनिया को और हथियार बेचेगा भारत, अजरबैजान ने कहा था- आग में घी डाल रहा है भारत

जरबैजान के विरोध के बावजूद भारत एक बार फिर आर्मीनिया को हथियार की एक बड़ी खेप निर्यात करने की तैयारी में है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत स्वेदश में निर्मित आकाश एंटी-एयर सिस्टम आर्मीनिया को निर्यात करेगा.

इसमें रॉकेट लॉन्चर, तोप, गोला-बारूद के साथ-साथ ड्रोन भी शामिल हैं.

आकाश भारत की पहली स्वदेश निर्मित मध्यम श्रेणी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है. भारत यह हथियार वियतनाम और फिलीपींस को भी निर्यात करने की तैयारी में है.

अंग्रेजी वेबसाइट ईटी के मुताबिक, हथियारों की यह खेप भारत डायनेमिक्स लिमिटेड के साथ हुई 6 हजार करोड़ रुपये की डील के तहत आर्मीनिया को निर्यात किया जाना है. जिसमें मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर, आर्टिलरी गन, गोला-बारूद और ड्रोन का निर्यात भी शामिल हैं.

अजरबैजान ने दी थी चेतावनी

भारत, आर्मीनिया को ऐसे समय में हथियार निर्यात करने की तैयारी में है, जब हाल ही में अजरबैजान ने भारत और फ्रांस को चेतावनी देते हुए कहा था कि आर्मीनिया को हथियार निर्यात करने वाले देश आग में घी डालने का काम कर रहे हैं. अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने 6 दिसंबर को कहा था कि भारत और फ्रांस जैसे देश आर्मीनिया में भ्रम पैदा कर रहे हैं कि इन हथियारों की बदौलत वो काराबाख को वापस ले सकते हैं. दरअसल, नागोर्नो-काराबाख इलाके को लेकर अजरबैजान और आर्मीनिया में दशकों से विवाद है. नागोर्नो-काराबाख फिलहाल अजरबैजान के कब्जे में है.

अलीयेव ने चेतावनी देते हुए कहा था कि भारत और फ्रांस की ओर से आर्मीनिया को जारी हथियार आपूर्ति से क्षेत्र में एक नया युद्ध शुरू हो सकता है. अगर आर्मीनिया को भारत और फ्रांस से महत्वपूर्ण हथियार (serious installations) मिलना शुरू हो जाता है तो अजरबैजान अपने लोगों की रक्षा करने के लिए प्रतिक्रिया देने के लिए बाध्य होगा.

भारत से अहम हथियार खरीद रहा है आर्मीनिया

सूत्रों के मुताबिक, लगभग 6 हजार करोड़ की डील के तहत भारत डायनेमिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित आकाश एंटी-एयर सिस्टम की डिलीवरी जल्द ही शुरू होने की संभावना है. यह हथियार पहले से ही भारतीय सशस्त्र बलों में कार्यरत है. इसके अलावा वियतनाम और फिलीपींस को भी निर्यात किया जाना है.

अक्टूबर 2023 में आर्मीनिया के एक सीनियर अधिकारी हथियार डील के संबंध में चर्चा करने के लिए भारत आए थे. रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारी ने कहा था कि आर्मीनिया की जरूरतों के अनुसार भारत एक विश्वसनीय हथियार आपूर्तिकर्ता के रूप में उभरा है. भारत ने पहली खेप में पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर, एंटी-टैंक मिसाइल, रॉकेट और गोला- बारूद भेजा था.

पिछले साल नवंबर में कल्याणी स्ट्रैटजिक सिस्टम्स ने भी आर्टिलरी गन निर्यात के लिए एक अज्ञात विदेशी ग्राहक के साथ 155 मिलियन डॉलर की डील की घोषणा की थी. यह डील भी आर्मीनिया की ही थी.

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