राजौरी-पुंछ में ड्रैगन के साथ मिलकर साजिश रच रहा पाकिस्तान, इलाके में एक्टिव हैं 30 आतंकी

गुरुवार शाम को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के डेरा की गली के वन क्षेत्र में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें चार सैन्यकर्मी शहीद हो गए, जबकि तीन अन्य घायल हो गए.रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक राजौरी और पुंछ सेक्टर के वन क्षेत्रों में लगभग 25-30 पाकिस्तानी आतंकवादियों के छिपे होने की आशंका है. पाकिस्तान इन इलाकों में फिर से आतंकवाद को स्थापित करना चाहता है, लेकिन जानकारों का कहना है कि यह एक बड़ी साजिश का छोटा सा हिस्सा है.

सेना पर दबाव बनाना चाहते हैं पाकिस्तान-चीन

दरअसल, रक्षा मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान चीन के साथ मिलकर भारतीय सेना पर राजौरी और पुंछ सेक्टर में आतंकवाद को फिर से स्थापित करने की कोशिश कर रहा लद्दाख सेक्टर से सैनिकों को हटाने और इस क्षेत्र में बलों को फिर से तैनात करने के लिए दबाव बनाना चाहता है. पाकिस्तान-चीन मिलकर भारत को जम्मू-कश्मीर सेक्टर से बाहर निकलने और चीनी सीमा पर सैनिकों को हटाने के लिए बड़ी योजना बना रहे हैं. खासकर लद्दाख सेक्टर में, जहां चीन की पीएलए और भारतीय सेना आमने-सामने हैं.

जंगली इलाकों में छिपे हैं आतंकी?

भारत ने साल 2020 में चीनी आक्रामकता का मुकाबला करने और बॉर्डर पर भारतीय ताकत को बढ़ाने के इरादे से राष्ट्रीय राइफल्स की यूनिफॉर्म फोर्स को पुंछ सेक्टर से लद्दाख में ट्रांसफर किया था. पिछले सालों में जब से यूनिफॉर्म फोर्स लद्दाख ऑपरेशन के लिए रवाना हुई है, पाकिस्तान ने भारतीय सैनिकों के खिलाफ हमले करने के लिए पाकिस्तान से अपने आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर के ऊपरी और जंगली इलाकों में भेजना शुरू कर दिया है, ताकि भारत को क्षेत्र में अपने सैनिकों को फिर से तैनात करने के लिए मजबूर किया जा सके. भारतीय सेना ने हाल ही में आतंकवादी गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए एक और ब्रिगेड को तैनात किया था और क्षेत्र में सफलता हासिल की है. कहीं ना कहीं पाकिस्तान इस बात से सकते में है, और इसी वजह से वह क्षेत्र में आतंकवाद को फिर से फैलाने की कोशिश कर रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि लगभग 25-30 पाकिस्तानी आतंकवादी सुरक्षा बलों पर हमले करने के लिए पुंछ राजौरी सेक्टर के ऊपरी इलाकों में जंगली इलाके में छिपे हुए हैं.

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