7 मोहर्रम के जुलूस को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम, चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेगी पुलिस
सातवीं व दशमी मोहर्रम के जुलूसों पर पुलिस की रहती है पैनी नजर
कस्बे का एतिहासिक 7 मोहर्रम का जुलूस आज सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकलेगा। 24 घंटे चलने वाले जुलूस में पुलिस की सारी कसरत कई सालों से चौहट्टा मस्जिद के सामने से जुलूस गुजरने के दौरान ही होती है। मोहर्रम के जुलूसों को शांत पूर्वक संपन्न करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक केशव चंद गोस्वामी ने कोतवाल पिहानी धर्मदास सिद्धार्थ को दिए हैं। इसी क्रम में कोतवाल धर्मदास सिद्धार्थ ,उप निरीक्षक मेराज, उप निरीक्षक अरविंद कुमार, उप निरीक्षक मुईन, नितिन तोमर ,राहुल तोमर मोहित कुमार ,राजेंद्र कुमार, सहित भारी पुलिस बल ने सातवीं मोहर्रम के जुलूस के रास्ते पर फ्लैग मार्च किया। कोतवाल ने जुलूस के विलय होने के स्थान पर पुलिस को सतर्क रहने के निर्देश दिए। चौहट्टा मस्जिद ,इसलामगंज बाजार, छिपीटोला,भारतीय इंटर कॉलेज के पास ,रौजा सदर जहां, कटरा बाजार आदि जगहों पर फ्लैट मार्च किया गया। मोहर्रम की 7वीं तारीख का जुलूस सुबह करीब 8 बजे मीर सराय के इमामबाड़े से शुरू होगा जो बड़ा चौराहा, चौहट्टा मस्जिद होता हुआ शाम करीब 4 बजे रौजा गेट पहुंचेगा।
चौहट्टा मस्जिद के सामने ही खुरमुली से उठने वाला अलम तलवार का जुलूस मुख्य जुलूस में विलय होगा। यही सारी पुलिस की कसरत होगी। इसके लिए 8 थानाध्यक्ष, 10 सब इंस्पेक्टर, 50 कांस्टेबिल, एक प्लाटून पीएसी पुलिस आफिस का समस्त स्टाफ के साथ टियर गैस, फायर बिग्रेड की गाड़ी तैनाती की गई। कुछ सालों पहले हुए जुलूस पर पथराव के बाद पुलिस अब पूरे इलाके को चप्पे-चप्पे पर नजर रखे है।
कोतवाल धर्मदास सिद्धार्थ ने बताया कि सभी डयूटी स्थल चयनित कर लिए गए हैं। बताते चलें कि इस स्थान से गुजरने के बाद जुलूस का समापन सुबह इमामबाड़ा मीर सराय में ही होगा। 7वीं मोहर्रम जुलूस में कई छोटे-छोटे जुलूसों का विलय होता है और रौजा गेट पर शिया समुदाय की मान्यताओं के अनुसार छोटे बड़े बच्चे अपने सिर में कमा लगाकर खून बहा कर गम का इजहार करते हुए इमाम-ए-हुसैन से बेपनाह मोहब्बत का सबूत पेश करते हैं।
चौहाटा मस्जिद छावनी में होगी तब्दील
कुछ सालों पहले जुलूस पर पथराव होने के बाद पुलिस अति संवेदनशील इलाका चौहाटा मस्जिद को छावनी में तब्दील कर देता है। पिहानी पुलिस कोई भी कोताही बरतने के मूड में नहीं है। पुलिस के उच्च अधिकारियों का निर्देश है कि खुरपतियों पर पैनी नजर रखी जाए।