(गुजरात): आमतौर पर अपने देश में लिव-इन रिलेशनशिप को स्वीकार नहीं किया जाता है. लेकिन, गुजरात के साबरकांठा जिले से एक दंपत्ति की कहानी सामने आई है. यह दंपत्ति एक दो साल से नहीं बल्कि दशकों से लिव-इन में रह रहा था.
अब वे उम्र के आठवें दशक में प्रवेश कर चुके हैं. उनके बच्चे ही नहीं पोते-पोतियां हो चुके हैं. अब जाकर इस दंपत्ति ने शादी रचाई है. इस शादी में 75 साल का दूल्हा और 73 साल की दादी दुल्हन बनी. उनकी शादी में उनके बेटे-बेटियां ही नहीं, पोते-पोतियां भी शामिल हुए.
गुजरात के साबरकांठा जिले के विजयनगर तालुका के नवागाम में 75 साल के दूल्हे और 73 साल की दुल्हन की धूमधाम से शादी हुई. इस शादी में उनके बेटे-बेटियां और पोते-पोतियों समेत 18 सदस्यों ने जमकर डांस किया. वैसे इस शादी को लेकर आप हैरान हो सकते हैं, लेकिन साबरकांठा जिले के गरासिया समुदाय में इस उम्र में शादी होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है.
दरअसल, नागजीभाई मंगलाजी रोजाद और उनकी पत्नी वेचाती बहन अब तक लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे. लेकिन, समाज के रीति-रिवाजों के अनुसार, जब ऐसे जोड़े में से किसी एक की मृत्यु हो जाती है और उसका विधिवत विवाह नहीं हुआ है तो मृत्यु के बाद उसका श्राद्ध कार्यक्रम नहीं होता है. इसके लिए कानूनी रूप से विवाहित होना चाहिए.
अब तक लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले इस जोड़े ने जीवन के अंतीम पड़ाव में शादी कर ली और समाज के रीति-रिवाजों को जिंदा रखा. इस जोड़े की शादी में पूरे गांव के लोगों ने भाग लिया. ढोल नगाड़ों के साथ मंगल गीत गाए गए और बच्चों ने माता-पिता की शादी का जश्न मनाया.
इस शादी को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग भी उमड़े. इलाके में पहले भी इस तरह की शादियां होती रही हैं और इन शादियों में उनके बेटे समेत कई रिश्तेदार भी शामिल हुए. उनकी मौजूदगी में शादियां हुईं. इस क्षेत्र में इस उम्र में शादी असामान्य नहीं है.